जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिये मगर महिलायें स्वदेशी ज्ञान का उपयोग करती हैं


लंबी कहानी छोटी में: एशियाई विकास बैंक और यूरोपीय निवेश बैंक जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान बड़े पैमाने पर जल विद्युत के झूठे जलवायु समाधान में निवेश करना जारी रखते हैं, जो अक्सर स्थानीय समुदायों को विस्थापित करता है और ग्रीनहाउस गैसों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इन संस्थानों को, अपने संसाधनों को, स्वदेशी क्षेत्रीय अधिकारों और वन प्रबंधन के वास्तविक जलवायु समाधान की ओर स्थानांतरित करना चाहिये।

अब की हकीकत: जल विद्युत (हाइड्रोपावर) में बड़े पैमाने पर निवेश

नेपाल में मगर स्वदेशी समुदाय अपनी आजीविका के लिये सेती नदी पर बहुत अधिक निर्भर है। हालाँकि, 140 मेगावाट की तनहू जलविद्युत परियोजना से नदी के किनारे लगभग 800 घरों को प्रभावित करने की अपेक्षा है, जिससे समुदाय के घरों के नुकसान और संसाधनों तक पहुँच को खतरा है। यह अनुमान है कि 60% निवासी कृषि भूमि खो देंगे।

नेपाल के संविधान में अक्षय ऊर्जा को “महत्वपूर्ण विकास प्राथमिकता” माना जाता है, जिसमें जल विद्युत को आर्थिक विकास की कुंजी के रूप में देखा जाता है। परियोजना की मंजूरी के समय एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB), जो यूरोपियन इनवेस्टमेंट बैंक (EIB) और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) के साथ परियोजना को सह-वित्तपोषित करता है, ने स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा तक पहुँच बढ़ाने के लिये बांध को आवश्यक कहा क्योंकि यह कम विद्युतीकरण दरों को संबोधित करता है और ऊर्जा आपूर्ति में कमी को दूर करने का लक्ष्य रखता है।

हालाँकि, जल विद्युत को बड़े पैमाने पर अपनाने की यह हड़बड़ी बहुत अधिक लागत – स्वदेशी अधिकारों का उल्लंघन – पर आती है। इंटरनेशनल एकाउंटेबिलिटी प्रोजेक्ट, INWOLAG और कम्युनिटी एम्पावरमेंट एंड सोशल जस्टिस नेटवर्क के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 75% स्थानीय निवासियों से सलाह नहीं ली गयी, और 84% को मुआवजा नहीं मिला। प्रभावित समुदाय 72,000 हेक्टेयर से अधिक आवासीय और निजी भूमि, 11,000 से अधिक पेड़, नौ श्मशान स्थल और विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को खो देंगे।

बेहतर निवेश: स्वदेशी महिलाओं और समुदायों के क्षेत्रीय अधिकार और वन प्रबंधन

मगर समुदाय के पीढ़ियों से उनके क्षेत्रों और नदी के साथ मज़बूत संबंध ने प्रकृति के साथ सहजीवी संबंध पर आधारित उनकी पहचान और एक सांस्कृतिक विश्वास प्रणाली बनायी है, जहाँ समुदाय केवल वही लेते हैं जिसकी उन्हें आवश्यकता होती है। नदी पारिस्थितिकी तंत्र, मगर लोगों के जीवन में और जब मुक्त बहती है तो कार्बन को ट्रैप करने में, दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जहाँ बड़े बाँध जलाशयों को जलवायु समाधान के रूप में चित्रित किया जाता है क्योंकि वे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करते हैं, वहीं वास्तव में वे विश्व स्तर पर ग्रीनहाउस गैस मीथेन का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं और बाढ़ और सूखे के लिये विशिष्ट रूप से जोखिम में हैं, जिससे जब जलाशय सूख जाते हैं तो बाढ़ और बिजली बंद होने (आउटेज) के दौरान बाँध की विफलता का खतरा बढ़ जाता है।

मगर समुदाय ने सामूहिक वन और नदी संरक्षण से संबंधित पारंपरिक पारिस्थितिक ज्ञान को पीढ़ियों से आगे बढ़ाया है और अपनी भूमि के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध सुनिश्चित किया है। झाड़ू घास का रोपण (जिसे बाघ घास भी कहा जाता है) एक उदाहरण है; समुदाय की महिलायें इसे मिट्टी के कटाव और भूस्खलन को रोकने के लिये, मिट्टी की नमी और पोषक तत्वों को बनाये रखने के साथ-साथ पानी की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करने के लिये खड़ी पहाड़ियों और रेतीले किनारों के साथ लगाती हैं।

औषधीय पौधों, खाद्य जंगली सब्जियों, जल संसाधन प्रबंधन, मौसम की भविष्यवाणी और मौसम से जुड़े कृषि चक्र के बारे में समुदाय की महिलायें स्वदेशी ज्ञान रखती हैं। स्वदेशी समुदायों को उनकी भूमि और संसाधनों से हटाने से जलवायु संकट को कम करने और अनुकूल बनाने के लिये इस ज्ञान को भावी पीढ़ियों तक पहुँचाने की उनकी क्षमता पर असर पड़ेगा। वन – और परिणामस्वरूप, पानी – तब बेहतर करते हैं जब वनों की कम कटाई दर और कार्बन उत्सर्जन के साथ स्वदेशी भूमि अधिकारों का सम्मान किया जाता है

इस जेंडर-न्यायपूर्ण जलवायु समाधान का नेतृत्व कौन कर रहा है?

दि इन्डिजनस वीमेंस लीगल अवेयरनेस्  ग्रुप (INWOLAG) की स्थापना नेपाल के स्वदेशी समुदाय की महिला वकीलों द्वारा की गयी थी और यह जेंडर आधारित हिंसा से बचे लोगों को पैरवी, आजीविका सहायता और कानूनी सेवाएं प्रदान करती है। 2015 में INWOLAG इस बात से अवगत हो गया कि तनहुँ जल विद्युत परियोजना से मगर स्वदेशी समुदाय कैसे प्रभावित होगा और परियोजना के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना शुरू कर दिया। INWOLAG समुदाय और स्थानीय महिलाओं की क्षमता का निर्माण करता है ताकि वे समुदाय के अधिकारों की पैरवी कर सकें। यह समुदाय का ADB  और EIB के स्वतंत्र प्रहरियों के साथ शिकायत दर्ज करने में भी समर्थन करता है। INWOLAG महिला कोष तेवा (Tewa) की भागीदार है, जो ग्लोबल अलायंस फॉर ग्रीन एंड जेंडर एक्शन का हिस्सा है। आप उनके काम को यहाँ फॉलो कर सकते हैं और अधिक जानकारी नीचे दिये गये लिंक में प्राप्त कर सकते हैं।

 


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